हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बासिजियों (स्वयंसेवकों) को संबोधित करते हुए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताईं:
अल-अक्सा तूफान की ऐतिहासिक घटना ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ है, लेकिन वास्तव में अमेरिकी प्रभाव को ख़त्म कर रही है, जिसने क्षेत्र से संबंधित अमेरिकी कार्यक्रमों के कार्यक्रम को बाधित कर दिया है। भगवान ने चाहा, यदि यह तूफ़ान जारी रहा, तो यह इस शेड्यूल को पूरी तरह मिटा देगा।
• बासिज की एक महत्वपूर्ण विशेषता इसका गैर-सीमावर्ती पहलू है। इमाम खुमैनी द्वारा प्रचारित वही 'वैश्विक प्रतिरोध के बीज' आज इस क्षेत्र का भविष्य निर्धारित कर रहे हैं। इसका उदाहरण अल-अक्सा तूफ़ान है।
• पिछले 50 दिनों में जो त्रासदियाँ घटित हुई हैं, वे पिछले 75 वर्षों में ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए अपराधों का सारांश हैं। उन्हें बता दें कि अल्लाह की मदद से यह स्थिति अब जारी नहीं रहेगी, अल-अक्सा तूफान रुकने वाला नहीं है।
• कुछ लोगों ने दुनिया में यह झूठ फैलाया कि ईरान का कहना है कि यहूदियों और ज़ायोनीवादियों को समुद्र में फेंक देना चाहिए। नहीं! हमारी स्थिति यह है कि निर्णय जनता की राय से होना चाहिए। फ़िलिस्तीनी लोगों के वोटों से जो सरकार बनेगी वह तय करेगी कि दूसरे देशों से आए लोगों को यहीं रहना है या वापस लौटना है।